पञ्चमुखी हनुमान कवच शक्ति और सुरक्षा का प्रतीक एक बीज मंत्रों वाला कवच है. इसे संकटों से मुक्ति का एक अचूक साधन के रूप में श्रद्धालुओं द्वारा अपनाया जाता रहा है. आज इस लेख में हम पञ्चमुखी हनुमान कवच मंत्र के बारे में विस्तार से बात करेंगें. हम इसके महत्व, लाभ के आलावा यह पाठ कब करना चाहिए के बारे में पाठ करेंगें. Panchmukhi hanuman kavach pdf in Hindi.
पंचमुखी हनुमान कवच क्या है?
यह एक शक्तिशाली कवच है, जिसे विशिष्ट ज्योतिष स्थितियों में उपचार के रूप में प्रयोग किया जाता है. आप नीचे पंचमुखी हनुमान कवच मंत्र को देख सकते है, साथ ही पीडीऍफ़ फॉर्म में डाउनलोड भी कर सकते है.
पंचमुखी हनुमान कवच का महत्व क्या है?
इस कवच के पाठ से श्री हनुमान जी महाराज की कृपा प्राप्त होती है. यदि कुंडली में राहू दोष मौजूद होती है, जिसके कारण जातक धन अभाव, कर्ज में डूबा होता है. तो यह कवच इन कष्टों से छुटकारा देता है. पंचमुखी हनुमान जी के हर मुख का अपना अलग महत्व है. जहाँ वानर मुख से दुश्मनों पर विजय मिलती है, वही गरुड़ मुख से परेशानियां दूर होती हैं. इसी तरह वराह मुख से प्रसिद्धि, शक्ति, और लंबी आयु मिलती है. इस कवच से भूत, प्रेत, चांडाल, राक्षस व अन्य बुरी आत्मायो से बचाव किया जा सकता है. यह कवच आपको टोने टोटके से भी बचाता है और आपकी रक्षा करता है.
पंचमुखी हनुमान कवच का पाठ कब करना चाहिए?
ज्योतिष समाधान के मुताबिक इसके पाठ का समय और मात्रा निर्भर करती है. आप अपना कुंडली विचार हमारे एक्सपर्ट से करवा सकते है, जिसके बाद आपको आपके कुंडली के ग्रह और राशि के दृष्टिकोण से सज्जेस्ट किया जाएगा कि पंचमुखी हनुमान कवच का पाठ कब करना चाहिए.
यहाँ इस संबंध में कुछ सामान्य दृष्टिकोण दिए जा रहे है, जब आपको पंचमुखी हनुमान कवच का पाठ कब करना चाहिए.
- इसे प्रतिदिन सुबह स्नानकर्म से निवृत्त होकर लाल आसन पर बैठकर घी का दीपक जलाकर पढना चाहिए. आपके सामने पञ्चमुखी हनुमान जी का चैतन्य अवस्था वाली चित्र होनी चाहिए.
- आप इसे किसी सिद्ध स्थान पर शनिवार और मंगलवार को पढ़ सकते है. यहाँ भी आपको घी का दीपक निरंतर मंत्र पढने के दौरान जलाना चाहिए.
- इसे आप शाम के पूजा यानि की संध्या पूजन के समय भी पढ़ सकते है. हालाँकि इस दौरान भी आपको शरीर की शुद्धि पर विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए.
पंचमुखी हनुमान कवच के लाभ क्या हैं?
इस सिद्ध कवच का पाठ अपने आप में सर्वफलदायक और सभी मनोकामना पूर्ति करने वाला है. यह अभाव, कष्ट से मुक्ति के साथ प्रेत बाधा, शत्रु नाशक और कर्ज से छुटकारा दिलाने वाला है. इस पढने से मानसिक एकाग्रता बढती है, चित्त शांत होता है और एंजायटी जैसे परेशानियों से छुटकारा प्राप्त होती है. यह समस्त कुंडली दोष से मुक्ति प्रदान करता है. पंचमुखी हनुमान कवच के लाभ इसके आवृति पर भी निर्भर करती है, जैसा की आप कवच के अंत में वर्णित बातों को देख सकते है.
FAQ
1. पंचमुखी हनुमान कवच का उपयोग कैसे करें?
प्रातः काल शुद्ध होकर लाल आसन पर बैठकर घी का दीपक जलाये. सामने पञ्चमुखी हनुमान जी का चैतन्य अवस्था वाली चित्र लगाये. और शुद्ध शुद्ध कवच का पाठ करें.
2. पंचमुखी हनुमान कवच की पूजा विधि क्या है?
स्नान करके स्वच्छ हो जाएं और किसी पवित्र स्थान पर लाल आसन बिछाकर बैठ जाये. हनुमान जी की शुद्ध मन से आह्वान करें. धूप-दीपक जला कर पूजन करें. ध्यान के साथ पंचमुखी हनुमान कवच का पाठ करें.
कवच का पाठ करने के बाद, हनुमान जी के सामने प्रणाम करें आरती करते हुए और क्षमा प्रार्थना कर पूजन संपन्न करे.
सलाह: पूर्ण श्रद्धा और विश्वास किसी भी मंत्र और कवच का हाथ पैर है, बिना इसके सफल होने की गुंजाइश नहीं होती है. आप पूर्ण श्रद्धा के साथ जब कवच पाठ करेंगें तो इसे अपने जीवन में फलीभूत होते देख सकेंगें.
हमें आशा है कि आपने इस लेख में पंचमुखी हनुमान कवच: संकटों से मुक्ति का साधन के बारे में अपने प्रश्नों का उत्तर पाया होगा साथ ही आप Panchmukhi hanuman kavach pdf भी पा सके होंगें . यदि आप इस बारे में कुछ और जानकारी चाह रहे हों तो कमेंट के जरिए हमें अवश्य बताये. हमें आपके किसी भी प्रश्न का उत्तर देने में अत्यंत ख़ुशी होगी. आप हमारे लेख मंगलवार के दिन मंदिर से चप्पल चोरी होना शुभ है या अशुभ! जाने ज्योतिष विचार को पढ़ सकते है.
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